लक्ष्मी पूजा कैसे करें ?
लक्ष्मी पूजा की सामग्री :-
1. रोली, अक्षत, फल, फूल, माला, मिठाई, धुप, इत्र(खुशबू),
2. लकड़ी की चौकी, लाल कपड़ा चौकी पर बिछाने के लिए
3. सुपारी, धनिया का बिज, रुई के बिज
4. चांदी का सिक्का या अगर यह उपलब्ध ना हो तो कुछ पैसे रखे ।
पूजा की विधि :
सबसे पहले मंत्र पढ़ते हुए माँ लक्ष्मी पर जल छिड़के। मंत्र है
ॐ पवित्रः अपवित्रो वा सर्वावस्थांगतोऽपिवा।
यः स्मरेत्‌ पुण्डरीकाक्षं स वाह्यभ्यन्तर शुचिः॥
पृथ्विति मंत्रस्य मेरुपृष्ठः ग षिः सुतलं छन्दः
कूर्मोदेवता आसने विनियोगः॥
सबसे पहले लक्ष्मी माँ के माथे पर रोली अक्षत का तिलक लगायें, अक्षत लगते समय या मंत्र पढ़े:-
मया निवेदिता भक्त्या गृहाण परमेश्वरि ।।
ॐ महलक्ष्म्यै नमः। अक्षतान समर्पयामि ।।
अब उन पर इत्र छिड़क कर उन्हें मंत्र के साथ फूल और माला चढ़ाए। मंत्र है
माल्यादीनि सुगन्धीनि मालत्यादीनि वै प्रभो ।।
ॐ मनसः काममाकूतिं वाचः सत्यमशीमहि ।।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः । पुष्पमालां समर्पयामि ।।
1. रोली, अक्षत, फल, फूल, माला, मिठाई, धुप, इत्र(खुशबू),
2. लकड़ी की चौकी, लाल कपड़ा चौकी पर बिछाने के लिए
3. सुपारी, धनिया का बिज, रुई के बिज
4. चांदी का सिक्का या अगर यह उपलब्ध ना हो तो कुछ पैसे रखे ।
पूजा की विधि :
- सबसे पहले लाल रंग के वस्त्र को लकड़ी के चौकी बिछाएं फिर उस पर महा लक्ष्मी जी की एक ऐसी तस्वीर को रखे जिनके एक ओर, गणेश भगवान और दूसरी ओर सरस्वती माँ की तस्वीर को रखे।
- अब तस्वीर के सामने विष्णु ,कुबेर और इंद्रा भगवान के नाम से एक लाइन में तीन जगह थोड़ा थोड़ा अक्षत को रखे ।
- उसके बाद एक घी के दीये को जला कर भगवान के सामने रख दे (इस दीये को रात भर जलने दे)
- अब हाँथ जोड़ कर भगवान से प्राथना करे ।
सबसे पहले मंत्र पढ़ते हुए माँ लक्ष्मी पर जल छिड़के। मंत्र है
ॐ पवित्रः अपवित्रो वा सर्वावस्थांगतोऽपिवा।
यः स्मरेत्‌ पुण्डरीकाक्षं स वाह्यभ्यन्तर शुचिः॥
पृथ्विति मंत्रस्य मेरुपृष्ठः ग षिः सुतलं छन्दः
कूर्मोदेवता आसने विनियोगः॥
सबसे पहले लक्ष्मी माँ के माथे पर रोली अक्षत का तिलक लगायें, अक्षत लगते समय या मंत्र पढ़े:-
मया निवेदिता भक्त्या गृहाण परमेश्वरि ।।
ॐ महलक्ष्म्यै नमः। अक्षतान समर्पयामि ।।
अब उन पर इत्र छिड़क कर उन्हें मंत्र के साथ फूल और माला चढ़ाए। मंत्र है
माल्यादीनि सुगन्धीनि मालत्यादीनि वै प्रभो ।।
ॐ मनसः काममाकूतिं वाचः सत्यमशीमहि ।।
ॐ महालक्ष्म्यै नमः । पुष्पमालां समर्पयामि ।।